यूरिक एसिड के मरीजो के लिए रामबाण है यह हरी पत्तियां, सुबह-सुबह चबाकर खाने से मिलेंगे यह चमत्कारी फायदे

यूरिक एसिड के मरीजो के लिए रामबाण है यह हरी पत्तियां, सुबह-सुबह चबाकर खाने से मिलेंगे यह चमत्कारी फायदे

अगर शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगे तो जोड़ों के बीच मौजूद क्रिस्टल को नुकसान करने लगता है

जिससे यूरिक एसिड हड्डियों के जोड़ में मौजूद गैप में कंकड़ बन जाता है और सीमेंट की तरह चिपक जाता है

यूरिक एसिड की वजह से नेचुरल लिगामेंट घिसने लगते हैं और इसके कारण दर्द और जकड़न महसूस होने लगती है

आइए जाने इन आयुर्वेदिक पत्तियां को सुबह छुपा कर खाने से यूरिक एसिड के मरीज चमत्कारी रूप से ठीक हो सकते हैं

मेथी की पत्तियों में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जिसके कारण यह ऐंटी यूरिक एसिड के गुणों से भरपूर होती है और यह पेशाब के जरिए शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को बाहर निकाल देती है

अजवाइन की पत्तियों में भी सुजान रोड़ी और एंटी यूरिक एसिड गुण होते हैं जो खून में जमा यूरिक एसिड को बाहर निकाल देते हैं

गिलोय के पत्तों में भी सूजन-रोधी और इम्यूनिटी बूस्टर से भरपूर होती है जो यूरिक एसिड को शरीर से यूरिन के जरिए बाहर कर देती है.

धनिए की हरी पत्तियों को चबाने से इसमें मौजूद मूत्रवर्धक की मात्रा अधिक होती है जो यूरिन की मात्रा को शरीर में बढ़ाकर यूरिक एसिड को कम करती हैं.

सुबह-सुबह नीम की पत्तियां चबाने से इसमें मौजूद एंटी यूरिक एसिड व सूजन रोधी गुण यूरिक एसिड को खून से छान कर शरीर से बाहर कर देते हैं।

पान के पत्तों में ऐसे गुण होते हैं जो किडनी के काम को अच्छा करते हैं जिससे किडनी शरीर में मौजूद अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करती है

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अजमोद की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं और इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं. वे मूत्र के माध्यम से शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं.

अल्फाल्फा की पत्तियां विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. वे यूरिक एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं और किडनी फंक्शन को सुधारती हैं