Cooking Tips: खाना बनाने पर सही समय पर डालें मसाला, तभी मिलेगा डिश का लाजबाब स्वाद, ये है सीक्रेट

Cooking Tips

Cooking Tips: देश में अलग-अलग लोग घरों में खाना बनाने के लिए अलग-अलग तरीके की रेसिपी का प्रयोग करते है. आपको बता दे कि खाना अच्छी तरह से बनाना और उसकी अच्छी तरह से परोसना ही काफी नहीं होता. खाना बनाते समय कई मसाले का प्रयोग किया जाता है. इन मसाले का प्रयोग खाना बनाते समय सही तरीके से होना बहुत आवश्यक होता है. सही समय पर सही मसाला डालना खाने के स्वाद को दुगना करने में और सेहत के लिए फायदेमंद होता है. (Cooking Tips)

स्वाद और सेहत सब कुछ बेहतर

खाना बनाते समय आपके मन में भी ख्याल आता है कौन सा मसाला कितना डालना चाहिए और कब डालना चाहिए. सही समय पर सही मसाले का प्रयोग खाने की खुशबू स्वाद और सेहत सब कुछ बेहतर होता है अच्छे से बनाना और परोसना पर्याप्त नहीं है। खाना बनाते समय सही मसाला डालना भी महत्वपूर्ण है। हम जानते हैं कि कौन सा मसाला कब डालना चाहिए। (Cooking Tips)

क्या आपने कभी सोचा है कि खाना बनाते समय कौन-सा मसाला डालना चाहिए? क्या यह भी बहुत अलग है? ठीक है, मसाले गलत समय पर डालने से स्वाद खराब हो सकता है और होने वाला सेहत को फायदा भी कम हो सकता है। हर मसाला खुशबू, स्वाद और सेहत के लिए अच्छा है। चलो जानते हैं कि कब और क्यों मसाला डालना चाहिए। (Cooking Tips)

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भारतीय मसालों का सही समय, कारण और फायदा

1. हींग (Hing)

कब डालें: सबसे पहले, गरम तेल में।
क्यों: इससे खुशबू तेल में अच्छी तरह फैलती है और पाचन में मदद मिलती है।
फायदा: गैस, इनडाइजेशन और पेट दर्द में राहत देता है।

2. जीरा (Jeera)

कब डालें: हींग के बाद, जब तेल थोड़ा गर्म हो।
क्यों: चटकने पर बाकी मसाले डालने से स्वाद गहरा होता है।
फायदा: पाचन सही करता है और शरीर को ठंडक देता है।

3. राई/सरसों (Rai/Sarson)

कब डालें: सबसे पहले, खासकर दाल और साउथ इंडियन डिशेज में।
क्यों: तड़कने से फ्लेवर अच्छे से निकलता है।
फायदा: एंटीबैक्टीरियल और पाचन में सहायक।

4. कड़ी पत्ता (Curry Leaves)

कब डालें: शुरुआत में, जीरे या राई के साथ।
क्यों: पत्तों की खुशबू तेल में समा जाती है।
फायदा: पाचन और बालों के लिए लाभकारी।

5. तेजपत्ता (Tej Patta / Bay Leaf)

कब डालें: शुरुआत में, तेल या घी में।
क्यों: पकने के दौरान धीरे-धीरे फ्लेवर छोड़ता है।
फायदा: गैस, बदहजमी में राहत और खाने को सुगंधित बनाता है।

6. अदरक-लहसुन का पेस्ट (Adrak-Lahsun Paste)

कब डालें: प्याज के साथ शुरुआत में।
क्यों: भूनने से कच्चा स्वाद खत्म होता है और खुशबू आती है।
फायदा: लहसुन इम्युनिटी बढ़ाता है और अदरक सूजन व सर्दी में फायदेमंद है।

7. हल्दी (Haldi)

कब डालें: प्याज-टमाटर के बाद, शुरुआत में ही।
क्यों: जल्दी डालने से रंग और औषधीय गुण बरकरार रहते हैं।
फायदा: एंटीसेप्टिक, सूजन कम करती है और इम्युनिटी बढ़ाती है।

8. धनिया पाउडर (Dhaniya Powder)

कब डालें: हल्दी के बाद या जब प्याज-टमाटर अच्छे से भुन जाएं।
क्यों: स्वाद और खुशबू बनाए रखता है।
फायदा: पाचन सुधारता है और ब्लड शुगर कंट्रोल करता है।

9. लाल मिर्च पाउडर (Lal Mirch)

कब डालें: धनिया पाउडर के साथ या थोड़ा बाद में।
क्यों: सही समय पर डालने से तीखापन और रंग सही आता है।
फायदा: मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है और विटामिन C से भरपूर होती है।

10. काली मिर्च (Kali Mirch)

कब डालें: बीच में या गरम मसाले के साथ अंत में।
क्यों: ज्यादा पकाने से तीखापन कम हो सकता है।
फायदा: इम्युनिटी बढ़ाती है और सर्दी-खांसी से बचाव करती है।

11. मेथी (Methi Seeds)

कब डालें: धीमी आंच पर हल्का भूनें।
क्यों: ज्यादा भुनने से कड़वा हो सकता है।
फायदा: डायबिटीज में मददगार और पाचन में सहायक।

12. अजवायन (Ajwain)

कब डालें: शुरू में तेल में हल्का भूनें या आटे में मिलाएं।
क्यों: भूनने से खुशबू और औषधीय गुण बेहतर काम करते हैं।
फायदा: गैस और पेट दर्द में बहुत लाभकारी।

13. सौंफ (Saunf)

कब डालें: पकने के अंत में हल्का भूनकर।
क्यों: ज्यादा भुनने से स्वाद कमजोर हो सकता है।
फायदा: पाचन अच्छा करती है और मुँह की बदबू दूर करती है।

14. गरम मसाला (Garam Masala)

कब डालें: सबसे अंत में, जब खाना लगभग बन जाए।
क्यों: तेज और खुशबूदार स्वाद बना रहता है।
फायदा: शरीर को गर्म रखता है और पाचन सुधारता है।

15. अमचूर पाउडर (Amchur)

कब डालें: सब्जी पकने के बाद, अंत में।
क्यों: पहले डालने से खट्टापन खत्म हो सकता है।
फायदा: विटामिन C से भरपूर, पाचन में मदद करता है।

16. चाट मसाला

कब डालें: सर्व करते समय, पकने के बाद।
क्यों: पकाने से इसका चटपटा स्वाद खत्म हो जाता है।
फायदा: पाचन को बेहतर करता है और स्वाद बढ़ाता है।

17. कसूरी मेथी (Kasuri Methi)

कब डालें: बिलकुल अंत में, हाथ से मसलकर।
क्यों: मसलने से खुशबू और स्वाद अच्छे से घुलते हैं।
फायदा: स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ पाचन में भी मददगार।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। मसालों का उपयोग करने से पहले, विशेषकर यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो कृपया किसी योग्य विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।

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